माणिक रत्न: माणिक्य अति प्राचीन रत्न है। संसार में सबसे अच्छा व शुद्ध माणिक वर्मा में पाया जाता है। वर्मा के अलावा यह रत्न काबुल, लंका और भारत में गंगा नदी के किनारे, विंध्याचल एवं हिमाचल में पहाड़ी क्षेत्रों में मिलता है। कश्मीर में भी यह रत्न पाया जाता है। माणिक्य वास्तव में सूर्य रत्न है। सभी जानते हैं कि सूर्य काल पुरुष की आत्मा कहा जाता है। यह पुरुष ग्रह तांबे के समान रंग वाला, देदीप्यमान तथा पूर्व दिशा का स्वामी है। यदि जन्मकुंडली में सूर्य की स्थिति ठीक ना हो तो माणिक्य अवश्य पहनना चाहिए।