शुक्र ग्रह जोकि धन वैभव, स्त्री सुख का कारक माने गए हैं और संसार के सभी ऐश्वर्या के कारक भी शुक्र ग्रह हैं। अगर जन्म कुंडली में शुक्र अपनी उच्च राशि या फिर मित्र ग्रह शनि या बुध के साथ बैठे हैं तो संसार के समस्त सुखों से युक्त रखेंगे और अगर शुक्र कुंडली में अशुभ फल देंगे तो आपको आर्थिक तंगी, स्त्री सुख में कमी, प्रमेह रोग, गुप्त रोग और स्त्रियों को गर्भाशय से संबंधित बीमारी और सांसारिक सुख में कमी का सामना करना पड़ सकता है। मेष, वृश्चिक और धनु लग्न वाले जातकों की कुंडली में शुक्र कुंडली में पहले घर में अशुभ फल प्रदान करते हैं जिससे कि जातक दुराचारी, कामुक वृत्ति, धन अधिक खर्च करना, नशा आदि करना,, कारोबार में विभिन्न प्रकार की परेशानियां, पत्नी के सुख में कमी विलास अधिकारियों पर अधिक खर्च करना, जैसे अशुभफल देंगे । क्या करें इसके लिए उपाय शुक्रवार को दही के साथ स्नान करना आपके लिए अत्यंत शुभ फलदायक रहेगा ।