यदि किसी की वाणी में कोई दोष है जैसे हकलाना अथवा तुतलाना तो प्रथम बुधवार को 11 कौड़िया को जलाकर राख बना ले| उस राख को बहते पानी में प्रवाहित कर दें| ऐसा लगातार पांच बुधवार करें फिर अगले शुक्ल पक्ष से दोबारा यही क्रिया आरंभ कर दें इस प्रकार लगातार पांच शुक्ल पक्ष करने से वाणी में सुधार आने लगेगा|