मूंगा मंगल का रत्न है अर्थात इस का स्वामी मंगल है। यह मोती की तरह खान से नहीं निकलता, बल्कि समुद्र में पाया जाता है। मूंगे का भी विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नाम है। संस्कृत में इसे प्रवाल, लतामणि, भोम रत्न आदि कहते हैं। प्राचीन ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार मूंगा एक तरह का वनस्पतिक पदार्थ है। देखने में इसका रूप किसी लता की शाखा जैसे लगता है। इसीलिए इसका नाम लता मणि रखा गया। मूंगे का इतिहास भी प्राचीन है। बृहदसंहिता के अनुसार मूंगे का जन्म अश्रु राजबली की अंतरिम से हुआ। भारत में प्राचीन काल से ही मूंगे का प्रचलन रहा है।